मिनटो में एक जगह पर परस्पर तीन विरोधी दलो का एक दिनी जंगी प्रर्दशन ......
हमारे आफिस के सामने चौराहे पर एक सामन्य सा पान ठेला था, वही तकनीक से बना जिसमे नीचे गोदाम साथ साथ पनवाडी के लिऐ खडे होने की जगह मदारी के सामने डबबा जैसे एक लम्बाा लाल कपडे से ढका फ्रिज के काम सा डब्बाग जिसमे पान का समान रखा जाता उपर से चुन्निटदार झालर वालारंगीन कपडे का कवर, रात के लिऐ हरी टयूब् लाइट, बडा साउण्डस बाक्सन जिसमे दादा कोउके स्टा इल के गाने चलते रहते हैं, देश दुनिया की खबर,चर्चा, हर वर्ग जाति,व्येवसाय के लोगो का मिलन कुल मिलाकर रंगीला व्यरवसाय और रंगीन मिजाज पनवाडी, व्यनस्तरम चौराहा होने की वजह से यहां आऐ दिन राजनैतिक गैर राजनैतिक धरना प्रदर्शन इसी पान ठेले के सामने होते रहते हैं, वही एक ही तरह का टेंट गददे ,माइक्, पुलिस के लिऐ दो चार कुर्सी का इन्त जाम, एक ही किस्म के झण्डेे बस रंग अलग, एक ही किस्मे के लोग बस शक्लेस अलग,रोज भीड जुटती पान गुटका और सिगरेट बिकते, धीरे धीरे पानी पाउच फिर कोल्डत ड्रिंक भी बिकने लगा, पनवाडी पक्काी व्यासपारी था उसने रोज रोज के धरना प्रदर्शन के लिऐ पुरा ताम झाम ही खरीद लिया, जिसमे टेंट गददे ,माइक् के अलावा जलाने के लिऐ पुतले, नारे बाजी के लि